लखनऊ सुपर जेट्स के लिए मार्क वुड के बाद दूसरा पांच विकेट हाल लेने वाले 25 साल के यश ठाकुर का नाम नई प्रतिभाओं की सूची मैं जुड़ गया है।
गुजरात के खिलाफ यश को प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। मौके को भुनाते हुए यश ने पांच खिलाड़ियों को पवेलियन लौट आया। प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड उन्होंने देवगंत पिता को डेडीकेट किया। यश ठाकुर ने 2011 में सपना देखा था। 13 साल बाद है वह लखनऊ के लिए फिनिश कर सके। ऐसे में आज के सितारा यश ठाकुर के बारे में विस्तार से पढ़िए।
पिता के निधन के दो दिन बाद मैदान पर
यश ने 2011 में सचिन और धोनी को वर्ल्ड कप उठते देखाऔर भारत के लिए फिनिश करने का लक्ष्य बना लिया। वह एक दिन वैसा ही महसूस करना चाहते थे। यस पढ़ाई में बहुत कमजोर थे, इसलिए उनकी मां उन्हें सिंगर बनना चाहती थीं। लेकिन संगीत की पहली क्लास में ही उन्हें बाहर कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने घर के पास ही क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करली। हुए कोच के पास कीपिंग ग्लव्स लेकर पहुंचे और कहां कि उन्हें धोनी बना है। हालांकि उनकी गेंदबाजी देख कोच ने पेसर बनाने की सलाह दी। जब उन्होंने पिता को यह बातें बताई तो पिता ने कहा कि तू धोनी की तरह बोलिंग में फिनिश करना। इसलिए ही उन्होंने डेड ओवर में गेंदबाजी की महारत थे हासिल की। साल 2024 में यश के 25वेंजन्मदिन पर पिता का देहांत हो गया। यस रणजी के शुरुआती दो मैच नहीं खेल सके। लेकिन पिता को किए वादे को पूरा करने के लिए यस तीसरे ही मैच में टीम से जुड़ गए।
पहला फर्स्ट क्लास 5 विकेट हाल लेनेके अगले दिन लखनऊ ने खरीदा।
2023 में मुस्ताक अली T20 ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने लिंग मैच में उत्तराखंड केखिलाफ टीम को 11 रन से जीत दलाई और क्वार्टर फाइनल में दिल्ली को 9 रन से हराने में योगदान दिय। वह सीजन में पांचवें सबसे ज्यादा 15 विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 7.17 की इकोनॉमी से गदबाजी की। 2023 से एक्शन से एक दिन पहले यश ने फर्स्ट क्लास में अपना पहला पांच विकेट हाल लिया और अगले दिन लखनऊ ने उन्हें 45 लाख मेंखरीद लिया।
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