अरशद नदीम की जीवन परिचय/Arshad Nadim biography in Hindi.

एक मजदूर का लड़का पेरिस ओलंपिक में भाला फेंकने में गोल्ड मेडल जीतकर सबको चौंका दिया। अरशद नदीम न केवल स्वर्ण पदक जीता बल्कि विश्व रिकॉर्ड अपने नामकरण इतिहास रच दिया। जिसके पास है कभी भला खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे। अपनी पुरानी भला से प्रैक्टिस करता और आज इस मुकाम पर पहुंचा है। गोल्ड मेडलिस्ट अरशद नदीम के बारे में आज हम पूरी जानकारी हासिल करेंगे। एक राज मिस्त्री का लड़का कैसे गोल्ड मेडलिस्ट  बना।
अरशद नदीम की जीवन परिचय।
अरशद नदीम का जान में 2 जनवरी 1997 को पंजाब प्रांत के एक छोटे से गांव मियां चन्नू में हुआ था । इनके पिता का नाम मोहम्मद अशरफ है जो एक राज मिस्त्री का काम करते हैं। नदीम सात भाई बहनों मैं तीसरे नंबर का सबसे बड़े हैं। नदीम का लगाओ सभी खेलों में था जिसमें कबड्डी और क्रिकेट जैसे खेलो में भी उनकी काफी लगाव था। उन्हें क्रिकेट खेला काफी पसंद था। उनके भाइयों ने क्रिकेट खेलने से मना किया क्योंकि क्रिकेट में बहुत ज्यादा कंपटीशन है। इसलिए नदीम के भाइयों ने एथलीट में खेलने के लिए सुझाव दिया। उस समय से नदीम भाला फेंकने का अभ्यास करने लगे। नदीम बांस को नुकीला बनाकर फेंका करते थे। उनके पिता जानते थे कि बिना प्रशिक्षण का नदीम ओलंपिक में नहीं खेल सकता है। इसलिए उन्हें गुरु राशि अहमद साकी ने प्रशिक्षण देना शुरु किया। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद नदीम का भला फेंकने में धीरे-धीरे सुधार होने लगा। फजल हुसैन बुखारी ने स्कूल के दिनों में उनके प्रतिभा को पहचान और प्रशिक्षण देना शुरू किया था। 
अरशद नदीम की संक्षिप्त जीवन परिचय।
घरेलू नाम,    अर्श नदम 
पूरा नाम        अरशद नदी 
जन्म तिथि,    2 जनवरी 1997
जन्म स्थान,  पंजाब प्रांत मियां चन्नू गांव पाकिस्तान 
पिता का नाम, मोहम्मद अफजल नदीम
अरशद नदीम के माता का नाम , रजिया परवीन।
ऊंचाई       6 फीट 4 इंच
आंखो का रंग      काला 
पेशा      भाला फेंकना 
प्रशिक्षण  कोच   सलमान इकबाल बट 
अधिकतम  थ्रो     92.97 मीटर फिर इसको लाइक 2024 में भाला फेंक कर गोल्ड मेडल जीता था। इसके साथ ही उन्होंने विश्व रिकॉर्ड बनाया। 
अरशद नदीम की करियर 
2018 एशियाई खेल। 
2018 के एशियाई खेलों में नदीम ने 80.75 मी थ्रू के साथ कास्य पदक जीता। यह उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहला बड़ा पदक  था।
2019 से दक्षिण एशियाई खेल। 
2019 के दक्षिण एशियाई खेलों में नदीम ने 86.29 थ्रो के साथ है स्वर्ण पदक जीता। यह थ्रो उस समय दक्षिण एशियाई खेलों का रिकॉर्ड भी बना था।
2020 टोक्यो ओलंपिक 
2020 से टोक्यो ओलंपिक में नदीम ने पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया और फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने फाइनल में 84.62 मी का थ्रो किया और पांचवें स्थान पर रहे। उसे समय उन्होंने मेडल लेने में से चूक गए। यानी उन्हें मेडल नहीं मिला।
2022 से राष्ट्रमंडल खेल 
नदीम 2022 के बर्मिधाम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 90.18 मी का थ्रो किया जो उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी था। 

2023 से विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप। 
2023 में अरशद ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 87.82 मी का थ्रो किया और कांस्य पदक जीता।

2024 से पेरिस ओलंपिक 
2024 पेरिस ओलंपिक में अरशद ने 92.92 मी का प्रयोग किया और स्वर्ण पदक जीता। उसे समय उन्होंने विश्व रिकॉर्ड बनाया और 32 साल बाद पाकिस्तान के झोली में स्वर्ण पदक डाला। इस तरह अरशद नदीम ने जैवलिन थ्रो में इतिहास रच दिया।
अरशद नदीम ने एक इवेंट में दो बार थोड़ा रिकॉर्ड: पाकिस्तान ने 1992 के बाद पहला ओलंपिक पदक जीता। 
पेरिस ओलंपिक 2024 में नदीम को मिला गोल्ड पाकिस्तान का किसी व्यक्तिगत ओलंपिक स्पर्धा में पहला गोल है। साथ ही 1992 के बाद पहली बार कोई ओलंपिक के पदक जीता। नदीम ने छ उपलब्ध प्रयासों में दूसरी बार में 92 .92 मी हाल फेंक कर गोल्ड पर दावा जताया। फिर गोल्ड तय हो जाने के बाद आखिरी प्रयास में 91.79 मीटर की चौंकाने वाली दूरी तय की। यह दोनों ही प्रयास पिछले ओलंपिक रिकॉर्ड (90.57मीटर  2008 बीजिंग) से ज्यादा था।
अरशद नदीम के गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा की मां की स्टेटमेंट। 
हम रजत पदक के साथ खुश हैं। जिसने स्वर्ण पदक जीता वह भी हमाराबच्चा है। जो रजत पदक जीता वह भी हमारा बच्चा है। सभी खिलाड़ी बहुत ही कड़ी मेहनत करते हैं।
अरशद नदीम की मां रजिया परवीन ने कहा। 
वह भी मेरे बेटे जैसा है। वह नदी का दोस्त है और उसका भाई है। मैं नीरज के लिए भी दुआ की। जीत हार खेल का हिस्सा है। अल्लाह आपको भी कामयाबी बख्से।



अरशद नदीम का  भाला फेंकने का पेरिस ओलंपिक 2024 से का वीडियो।

अरशद नदीम के ससुर ने जब उपहार मैं दिया भैस।
अरशद जब से पेरिस ओलंपिक के में स्वर्ण पदक जीतकर वापस आए हैं तब से उनके ऊपर उपहारों की बारिशहो रही है। इसी सिलसिले में उनके ससुर मोहम्मद नवाज ने उपहार में भैंस दिया है। पूछने पर उन्होंने बताया कि अशरफ का तालुकात गांव से है। गांव में भैंस उपहार देना शुभ और सम्मानजनक माना जाता है।
भैंस उपहार पाने के बारे में जब अशरफ से एक इंटरव्यू में पूछा गया तो उनका जवाब बड़ा मजकिया भाषा में है जो सुनकर आप हंसते लगेंगे। 
उन्होंने कहा कि मुझे लगा था कि 2,-4 एकर जमीन देंगे। यह बात सुनकर इंटरव्यू लेने वाला हंसने लगा।
अरशद नदीम के माता-पिता का क्या नाम है?
अरशद नदीमके पिता का मोहम्मद अफजल और माता का नाम रजिया परवीन है। 
अरशद नदीम के पत्नी का नाम क्या है?
अरशद नदीमके पत्नी का नाम आयशा है। उनके दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी।
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