बातें सन 2013 की है जब अंदर-19 गेम महाराष्ट्र और गुजरात के बीच हो रहा था। उसे समय स्मृति मंधाना एक दिवसीय क्रिकेट मैचमेंं 150 गेंद पर 244 रन जड़ दिए। यह किसी भी भारतीय महिला क्रिकेटर द्वारा बनाया गया पहला दोहरा शतक था जो आज भी रिकॉर्ड है।
वर्तमान में भारतीय क्रिकेटर टीम की स्टार प्लेयर स्मृति मंधाना का सफर आसान नहीं रहा। पिता श्री निवास मंधाना ने जमीन क्रिकेट खिलाना शुरू किया तो लोग कमेंट करते थे कि लड़कियों को क्रिकेट खिलाने का कोई मतलब नहीं। भारत में महिला क्रिकेटर का कोई भविष्य नहीं लेकिन उनके पिता ने उनकी ट्रेनिंग जारी रखें।
स्मृति बाएं हाथ की बैटर है लेकिन इसमें रोचक किया है कि दैनिक जीवन में हुए बाकी सभी काम दाएं हाथ से करती है। दरअसल उनके पिता चाहते थे कि स्मृति बाएं हाथ से ही बैटिंग करें। इसलिए उन्होंने स्मृति को दाएं हाथ से कभी बैटिंग ही नहीं करने दी। उनका मानना था कि बाएं हाथ के बल्लेबाज ज्यादा स्टाइलिश होते हैं। ए समिति का क्रिकेट से इतना अधिक लगाव है कि 2014 के आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के लिए समिति ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा को दी थी। क्रिकेट के अलावा स्मृति को कुकिंग का बहुत शौक है। वह रेस्तरां खोलना चाहती थी। क्रिकेट के अलावा पुणे फुटबॉल और टेनिस देखना पसंद है।महाशिवरात्रि के दिन भूलकर भी यह काम मत करना
स्मृति मंधाना की जीवन परिचय।
स्मृति मंधाना का जन्म 16 जुलाई 1996 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री निवास मंधाना तथा माता का नाम इस्मिता मंधाना तथा भाई का नाम सरवन मंधाना है। उनका जन्म एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। इस मिलती जब केवल 2 साल की थी तब परिवार मुंबई से 375 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के सांगली में शिफ्ट हो गया।दरअसल उनके पिता श्री निवास सांगली की केमिकल फैक्ट्री डिस्ट्रीब्यूटर थे। ऐसे में उनकी शुरुआती शिक्षा सांगली से ही हुई। उनके पिता और भाई सरवन दोनों ही सांगली के लिए जिला स्तर पर क्रिकेट खेलते थे। इसके अलावा भाई सरवन महाराष्ट्र की अंडर 16 टीम के लिए भी खेले। भाई का अखबारों में नाम छपता देख ही स्मृति ने भी क्रिकेट खेलने की ठान ली। उनकी मां उन्हें टेनिस खिलाना चाहती थी लेकिन उनके पिता ने एक समिति के टैलेंट को पहचानते हुए क्रिकेट पर ही फोकस करने की सलाह दी।
स्मृति मंधाना की कैरियर
स्मृति जब 2 साल की रही होगी जब उन्होंने 4 साल बड़े भाई सरवन को देखकर प्लास्टिक की बैठक करना शुरू किया था। मात्रे 6 साल की उम्र से क्रिकेट की प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी। मात्र 9 साल की उम्र में महाराष्ट्र अंडर 15 और 11 साल की उम्र में अंडर-19 क्रिकेट टीम में चुन ली गई। स्मृति अकेली ऐसी क्रिकेटर है जिन्होंने चेंजिंग करते हुए लगातार 10 एकदिवसीय मैचों में 50 से अधिक रन बनाए हैं। स्मृति 2018 और 2019 में आईसीसी द्वारा चुनी गई टी20 टीम का हिस्सा रही है। इसके अलावा 2016 2018 एवं 2019 में आईसीसी द्वारा चुनी गई वनडे टीम में शामिल किया गया थ। उन्होंने इंडियन टीम के लिए 2013 में T20 वनडे और 2014 में टेस्ट में डेब्यू किया। निकुल 194 T20 वनडे और टेस्ट मैचों में 6059 रन बनाए।
स्मृति मंधाना की कुछ रोचक बातें जो शायद आप नहीं जानते हो ।
स्मृति अपना ड्रीम रेस्तरां खोलना चाहती है।
2, स्मृति को खेल के अलावा जब भी समय मिलता है वह प्ले स्टेशन पर फीफा खेलती है। फोर्ब्स इंडिया की 30 अंडर 30 की सूची में शामिल रही है।
3, स्मृति ss18 नाम से क्रिकेट एकेडमी भी चला रही है।
4, 2019 में आयोजित पहले दृष्टिहीन महिला T20 वर्ल्ड कप की ब्रांड एंबेसडर रही है।
5, अकेली भारतीय क्रिकेटर है जो ब्रिटेन में आयोजित कीवा सुपर लीग में खेल चुकी है।
6, 2016 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई महिला दिवस लिखें खेलने वाली दो भारतीय खिलाड़ियों में एक स्मृति और दूसरी हरमनप्रीत कौर थी।
7, जब उनकी मां ने पहली बार लेपटॉप खरीद कर दिया तो इस मिलती ने सबसे पहले उसमें ड्रीम रिश्ता का मेनू टाइप किया था।
8, उनकी मां बेटे की ड्रेस को काटकर के स्मृति की नाव का बनाती थी। स्मृति इसी ड्रेस को पहनकर मैचों में बल्लेबाजी करती थी।
स्मृति मंधाना का पुरस्कार तथा सम्मान,
दो हजार अट्ठारह में आईसीसी का राचेल हीहो फ्लिंट अवार्ड, 2019 में अर्जुन पुरस्कार
नेटवर्क, लगभग ₹330000000 विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के अनुसार।
आपको यह भी पसंद आ सकता है,अमन सहरावत की जीवन परिचय तथा गर्लफ्रेंड