शिरीष ओलंपिक में विनेश फोगाट में 50 किलो कैसा गिरी मंगलवार को एक के बाद एक सीन मुकाबले जीतकर फाइनल में जगह बना कर इतिहास में नाम कर दिया। विदेश में सबसे पहले श्री वाटर फाइनल में ओलंपिक champions नहीं जापान की यूई सुसाकी को 3-2 से हराया। सुसाकी 82 माचो से बिना कोई अंक दवाएं जीत गई थी। वाटर फाइंडर में यूक्रेन की ओक्साना लिबास को 7-5 से हराया। सेमीफाइनल में क्यूबा की गुलजान लोपेगी को एकतरफा 5-0 से हराया।
2020 टोक्यो ओलंपिक के बाद विनेश को बैन कर दिया गया था। कब इंडियन फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि हमने खोटा सिक्का भेजा था।
विनेश फोगाट की जीवन परिचय।
विनेश फोगाट एक भारतीय महिला पहलवान है। जिनका जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बताली गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम राजपाल फोकट है। उनके चाचा का नाम महावीर फोगाट है जिन्होंने विष को कुश्ती का प्रशिक्षण दिया था। विनेश फोगाट के पिता की हत्या कर दी गई थी। उसके बाद विष का कुश्ती में भाग लेना बहुत मुश्किल हो गया था। लोग तरह-तरह की बातें किया करते थे लेकिन उन हालातो से समझौता करते हुए विनेश फोगाट ने कुश्ती जारी रखी। अपने लगन और परिश्रम के चलते आज पूरी दुनिया में उनके नाम का डंका बज रहा है।
विनेश फोगाट की शादी।
विनेश फोगाट की शादी 2018 में सोमवीर राठी से हुआ। सोमवीर भी एक अच्छे पहलवान हैं। उन्होंने भी राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय खेलों मैं कई पदक जीत चुके हैं। उन्होंने विनेश फोगाट को अपना समर्थन देते हैं।
विनेश फोगाट की शुरुआती करियर।
उमेश फोगाट के परिवार में लगभग सभी लोग कुश्ती किया करते थे। उनके चाचा महावीर सिंह हॉगेट सबको प्रशिक्षण दिया करते थे। उसी में विनेश फोगाट भी थी।
विनेश ने कई स्थानीय और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण पहचान बनाना शुरू किया। उनके शुरुआती करियर की सफलता ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने का अवसर प्रदान किया।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान।
2013 में नई दिल्ली में हुई एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में ताश के पदक जीतकर उन्होंने अपना करियर की शुरुआत की। 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय पहचान बनी। 2016 में टोक्यो ओलंपिक के में माइनस को चोट लगी जिसके कारण उन्हें वापस आना पड़ा। विनेश काफी साहसी और मेहनती है इसलिए चोट ठीक होने के बाद 2018 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता और अपने दृश्य संकल्प और संघर्ष क्षमता का परिचय दिया।
4 मई 2023 तक एक लड़ाई सिस्टम से लड़ी थी
उस समय विनेश के आंसू पूरे देश नेदेख थे। हुए महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण के खिलाफ सड़क पर उतरी थी। जज्बा ऐसा की 16 महीने पहले विष डिप्रेशन में चली गई थी। सड़क पर संघर्ष के दौरान सिर पर चोट आई थी फिर भी हिम्मत नहीं हारी। 29 साल की विनय से 2016 में पहला ओलंपिक खेली थी, 8 साल से अपनी फिटनेस बरकरार रखी है।
ताऊ महावीर फोगट गर्व से बोले विनेश ने 24 साल की ख्वाइश पूरी की
विनेश ने वह कर दिखाया जिसकी ख्वाहिश में 24 सालसे कर रहा था। साल 2000 में कर्णम मल्लेश्वरी ने जब मेडल जीता था तब मैंने सोचा था कि मेरी भी ओलंपिक मेडल जीते। गीता बबीता ने बढ़िया कोशिश ki लेकिन विनेश आज उसे मुकाम पर है जब सालों की यह तमन्ना पूरी हुई। विष को लेने में खुद एयरपोर्ट जाऊगा क्योंकि उसकी यह इच्छा रही है कि जब मैं मेडल जीतू तो ताऊ लेने के लिए पहुंचे।
क्या विनेश फोगाट शादीशुदा है?
जी हां विनेश फोगट की शादी सोमनाथ है राठी से 2018 में हुई है। सोमनाथ भी एक एक जाने-माने पहलवान हैं।
क्या बबीता फोगाट विनेश फोगाट की सगी बहन है?
जी नहीं बबीता फोगाट विनेश फोगाट की चचेरी बहन है। वह महावीर सिंह फोगाट की सगी बेटी है।
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विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में हो गई अयोग्य।
विनेश फोगाट का पेरिस में आज फाइनल मुकाबला होना था। लेकिन वजन 100 ग्राम बढ़ने से उन्हें मुकाबला के पहले ही अयोग्य साबित कर दिया गया। आज इस पूरे देश की निगाहें विनेश फोगाट पर टिकी हुई थी। लेकिन वजन 100 ग्राम बढ़ाने के कारण उन्हें फाइनल मुकाबले से अयोग्य साबित कर दिया गया। आज पूरा देश से में दुख की लहर है क्योंकि विनेश फोगाट गोल्ड मेडल जीतने वाली थी।
विनेश फोगाट की शादी हुई फिल्मी स्टाइल में
विनेश फोगाट की शादी फिल्मों की तरह हुई है। रेलवे में मुलाकात हुई एयरपोर्ट पर सगाई, विनेश फोगाट को सोमनाथ राठी ने एयरपोर्ट पर प्रपोज किया और वहीं पर पुलिस फौगाट न
अंगूठी पहनकर शादी की रस्म पुरी की।
उसके बाद है उनके पत्रक के गांव बाटली में विधिवत शादी 2018 में हुई।
विनेश फोगाट की जाति।
विनेश फोगाट हिंदू जाट जाति से आती हैं।
पेरिस ओलंपिक में 50 किलो वर्ग में फाइनल तक पहुंचने वाली देश की पहली रेसलर विनेश फोगाट शनिवार को भारत लौटी। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया इस दौरान हुए साथी रेसलर साक्षी मलिक के गले लगकर रोने लगी। एयरपोर्ट पर स्वागत देकर विनेश ने कहा मुझे देशवासियों का बहुत-बहुत धन्यवाद। यह सम्मान हजार मेडल से अधिक है। दिल्ली एयरपोर्ट से पैतृक गांव बाटली के विनेश का रोड शो 13 घंटे से अधिक समय तक चला। करीब 135 किलोमीटर की रास्ते में हर पंचायत में उनका स्वागत हुआ। कल जगह धी दूध से समान किया गया। वह रात 12:30 बजे अपने गांव बता ली पहुंच पाई।
Cm नायब सिंह सैनी में कुछ दिन पहले विदेश को चार करोड़ रुपए सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था। आपको बता दें कि 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण हुई ओलंपिक मेडल नही जीत सकती थी